
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने शुक्रवार को एक ऐसा बयान दिया जिसने न सिर्फ पाकिस्तान की पेशानी पर बल ला दिए, बल्कि सोशल मीडिया पर भी ‘टपकता हुआ गर्व’ वायरल कर दिया।
उन्होंने गर्व से कहा, “एक भी तस्वीर दिखाई जाए, जिसमें भारत को नुकसान हुआ हो। यहां तक कि एक शीशा भी टूटा हो!”
इसे कहते हैं शुद्ध भारतीय ऑपरेशन – कम खर्च, ज्यादा तमाचा।
जब टारगेटिंग हो टाइट और हथियार हों देसी
डोभाल ने साफ़ किया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में ब्रह्मोस मिसाइल, स्वदेशी रडार और इंटीग्रेटेड एयर कमांड सिस्टम जैसे ‘Made in India’ हथियारों ने दुश्मनों को चेतावनी नहीं, सीधा जवाब दिया।
“हमें गर्व है कि यह ऑपरेशन ‘आत्मनिर्भर भारत’ की सटीक मिसाल बना।”
मतलब अब भारत युद्ध भी “वोकल फॉर लोकल” तरीके से कर रहा है।
अब हवाई टिकट नहीं उड़ाएंगे होश! DGCA बोले- ‘त्योहार है, लूट नहीं’
पाकिस्तान बोला: हमने भी किया! डोभाल बोले: कोई सबूत?
विदेशी मीडिया ने थोड़ी बहुत सहानुभूति के साथ कहा – पाकिस्तान ने जवाब दिया, भारत को नुक़सान पहुंचाया।
डोभाल का पलटवार लाजवाब था, दिखाओ एक तस्वीर! एक टूटा कांच तक नहीं!
इस पर पाकिस्तानी सोशल मीडिया कुछ पल को खामोश हुआ, फिर किसी ने नल की टोंटी टूटने की तस्वीर डाली — “ये शायद हमला था।”
सत्यानाश नहीं, सर्जिकल सटीकता का नमूना था ऑपरेशन सिंदूर
‘सिंदूर’ नाम सुनकर भले ही किसी को लगे ये कोई टीवी सीरियल का नाम है, लेकिन पाकिस्तान के लिए यह बना ‘टारगेटेड तबाही की रेड लाइन’।
9 ठिकाने, 0 नुक़सान – ये कैलकुलेशन है, कॉन्फ़िडेंस नहीं
नौ आतंकी ठिकानों को टारगेट कर
भारत ने दिखा दिया कि New India अब ‘Retweet’ नहीं, ‘Retaliate’ करता है।
और यह हमला वैसा ही था, जैसा कोई परीक्षार्थी करे –
सवाल का सही जवाब देना और कॉपी साफ़ छोड़ना।
डोभाल इफेक्ट: जब राष्ट्रीय सुरक्षा भी स्टाइल में पेश हो
अजीत डोभाल की शैली अब भी वही है — कम बोले, लेकिन कुछ ऐसा बोले कि विपक्ष भी गूगल करने लगे।
और हां, उनका ये ताना, “भारत को हुआ कोई नुक़सान? ज़रा एक फोटो ही दिखा दो।”
सीधा पाकिस्तान की न्यूज़ हैडलाइन को म्यूट पर डाल दिया गया।
सावन आया है — बस एक लोटा जल और मिलेगा सभी मुश्किलों का हल
संदेश साफ़ है: युद्ध की ज़रूरत नहीं, सटीक ऑपरेशन काफी है
-
भारत को ना नुक़सान हुआ
-
ना कोई सैनिक घायल
-
ना एक शीशा टूटा
-
और पाकिस्तान अब ट्विटर पर खोज रहा है: “प्लास्टिक शीशे दिखते कैसे हैं?”